नर्सिंग ऑफिसर से रसायन विज्ञान की व्याख्याता तक का तय किया सफर, अब मिलेगा यह सम्मान

रविंद्र कुमार/झुंझुनूं. हर कोई व्यक्ति अपने क्षेत्र में काम करते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता है. कुछ ऐसा ही करके दिखाया है झुंझुनूं के हंसल्सर की बहू व बिशनपुर की बेटी अंजू झाझड़िया ने. अंजू ने नर्सिंग ऑफिसर के पद पर चयनित होकर अपने करियर की शुरुआत की. हालांकि नर्सिंग ऑफिसर बनने पर उनके घर वाले खुश नहीं हुए. लेकिन अंजू ने सोचा कि बतौर नर्सिंग ऑफिसर करियर शुरुआत करते हैं. नर्सिंग ऑफिसर के पद पर ज्वाइन करते हुए अंजू ने अपनी पढ़ाई जारी रखी. अपनी मेहनत और लगन की वजह से उनका चयन व्याख्याता के पद पर हुआ.

अंजू ने बताया कि उनका चयन 2016 में व्याख्याता रसायन विज्ञान के पद पर हुआ. जब उनकी पहली जॉइनिंग हुई तो उन्होंने देखा कि उनके प्रधानाध्यापक को राज्य स्तरीय सम्मान मिला है. उन्हें भी जिज्ञासा हुई कि यह सम्मान किस तरीके से उन्होंने प्राप्त किया है उसकी पूरी जानकारी उन्होंने जुटाई. तब से लगातार वह उसके लिए प्रयासरत हैं और अपनी मेहनत और लग्न की वजह से उन्हें यह सम्मान मिल रहा है.

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बच्चों को नहीं मिल पाता था शुद्ध पानी

अंजू झाझड़िया ने बताया कि उन्होंंने स्कूलों में ग्रामीणों की सहयोग व खुद के खर्चे से उन्होंने काफी विकास कार्य करवाए हैं. जहां उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी वहां पर बच्चों के लिए पीने के लिए शुद्ध पानी की बहुत बड़ी समस्या थी उसके लिए उन्होंने वॉटर प्यूरीफायर लगवाया. मीटिंग के दौरान बैठने के लिए शिक्षकों के लिए कुर्सियों की व्यवस्था नहीं होना भी उन्हें अच्छा नहीं लगा, इसके लिए उन्होंने खुद की खर्चे से विद्यालय में कुर्सियां भेंट की.

7 सालों 100% रहा स्कूल का परिणाम

अंजू ने अपने परीक्षा परिणाम के बारे में बताते हुए कहा कि रसायन विज्ञान विषय बच्चों को वह काफी लोगों को कठिन लगता है. लेकिन उनकी मेहनत और बच्चों की लगन की वजह से लगातार पिछले 7 सालों से उनका परिणाम 100% रहा है. आगे भी वह लगातार यही प्रयास करेंगे कि उनके सब्जेक्ट में बच्चे अच्छे अंक प्राप्त करें. उनके लिए घर परिवार को संभालते हुए एक शिक्षक के रूप में कार्य करना बहुत ही चुनौती पूर्ण था.

अंजू बताती है कि उनके पति भारतीय सेना में कार्यरत थे. उनकी दो छोटी बेटियां थी वह बूढ़े ससुर का ख्याल भी उन्हें रखना होता था. सासू मां का न होना उनके लिए बहुत ही निराशाजनक था फिर भी उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी. जिसकी बदौलत आज उनका चयन राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान में हो रहा है यह उनके लिए बहुत ही गौरवपूर्ण बात है.

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Source – News18