अंतरिक्ष में मिली धरती की जुड़वा बहन! हूबहू पृथ्वी जैसी शक्ल
अंतरिक्ष रहस्यों से भरा हुआ है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा अक्सर उसके रहस्यों को सामने लाती है, जो हमेशा विश्मयकारी होते हैं. हमें चौंकने पर मजबूर कर देते हैं. अब तक हम यही मानते थे कि पृथ्वी जैसा कोई ग्रह शायद नहीं. लेकिन नासा ने स्पेस टेलिस्कोप का उपयोग करते हुए धरती के आकार का एक ग्रह खोजा है, जो पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर है. यह ग्रह बिल्कुल धरती की तरह नजर आ रहा है, इसलिए साइंटिस्ट से धरती की जुड़वा बहन भी कह रहे हैं. उनका मानना है कि यहां ऐसा वातावरण है कि शायद कोई जीवन यहां हो सकता है.
नासा के ट्रांज़िटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) ने जिस एक्सोप्लेनेट की खोज की है, उसका नाम ग्लीज़ 12 बी रखा है. यह एक छोटे और ठंडे लाल बौने तारे की परिक्रमा कर रहा है. साइंटिस्ट के मुताबिक, इसकी चौड़ाई पृथ्वी की चौड़ाई से लगभग 1.1 गुना है. यानी लगभग यह धरती और शुक्र ग्रह के बराबर ही है. यह ग्रह इनती नजदीकी से अपने तारे की परिक्र्रमकर रहा है कि यहां सालभर में सिर्फ 13 दिन होते हैं. यह सूर्य के आकार का लगभग एक चौथाई है, इसलिए सूर्य से काफी ठंडा भी है.
रहने योग्य नजर आ रहा ये ग्रह
नासा के मुताबिक, यहां जिस तरह का वातवारण है, उससे यह ग्रह रहने योग्य नजर आता है. यहां पानी हो सकता है. क्योंकि यह न तो अधिक गर्म है और न ही बहुत अधिक ठंडा. दोनों का एक निर्धारित मात्रा में होना जीवन के लिए बेहद जरूरी है. ज्यादा ठंडा होने पर भी कोई जीव जिंदा नहीं रहेगा और यदि बेहद गर्म वातावरण हो, तो भी कोई जिंदा नहीं रहेगा. हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस ग्रह का कोई वायुमंडल है या नहीं. जीवन जीने के लिए वायुमंडल का होना बेहद जरूरी है. वैज्ञानिकों का मानना है कि उन्हें अब तक जो नजर आया है, उससे लग रहा है कि इस ग्रह का कोई न कोई वायुमंडल जरूर होगा.
Using NASA’s TESS telescope and other facilities, astronomers discovered a new temperate, Earth-sized world that could unlock key questions about habitability and our solar system’s evolution. Learn more about Gliese 12 b, which is well-suited for further study by @NASAWebb:… pic.twitter.com/Lkb8qC1v2T
— NASA Astrobiology: Exploring Life in the Universe (@NASAAstrobio) May 24, 2024
धरती के सबसे करीब
लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन की वैज्ञानिक लैरिसा पैलेथोरपे और यूनिवर्सिटी ऑफ साउथर्न क्वींसलैंड के खगोलशास्त्री शिशिर ढोलकिया ने यह रिसर्च की है. उन्होंने कहा- यह एक ऐसा ग्रह है, जो वास्तव में धरती के सबसे करीब है और पृथ्वी की तरह ही नजर आता है. आप इसे पृथ्वी की जुड़वा बहन कह सकते हैं. धरती से अगर कहीं जाकर रहना हो, तो यह ग्रह उनमें से एक होगा. लैरिसा ने कहा, यह पता लगाना कि यह पृथ्वी के आकार जैसा ही है, एक सुखद आश्चर्य था.
FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 19:01 IST
Source – News18