अंधेरे में अपनों के टुकड़े तलाशते रहे, लोग चीख रहे थे, कहीं किसी का हाथ पड़ा था तो कहीं पैर-चश्मदीद

अंधेरे में अपनों के टुकड़े तलाशते रहे, लोग चीख रहे थे, कहीं किसी का हाथ पड़ा था तो कहीं पैर-चश्मदीदDue

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